लखनऊ: सरकारी अस्पतालों व मेडिकल कालेजों में पर्चा बनवाने के लिए लोगों को लंबी-लंबी कतारों में न लगना पड़े इसके लिए आनलाइन ओपीडी पंजीकरण की व्यवस्था की गई है।
देश भर में 4.27 करोड़ लोगों ने सरकारी अस्पतालों में डाक्टरों को दिखाने के लिए आनलाइन ओपीडी पंजीकरण कराया और इनमें अकेले यूपी के 1.24 करोड़ लोग हैं। दूसरे नंबर पर आंध्र प्रदेश में 81 लाख और तीसरे नंबर पर बिहार में 57 लाख लोगों ने आनलाइन पंजीकरण कराया है। देश भर में सर्वाधिक पंजीकरण कराने वाले 25 सरकारी अस्पतालों में से 15 भी यूपी क ही हैं।
इस सूची में
इस सूची में तमिलनाडु मात्र 946 आनलाइन टोकन के साथ सबसे नीचे है। हिमांचल प्रदेश में भी केवल 1,365, गोवा में 2,381 और केरल जैसे राज्य में भी 7,983 लोगों ने डी आनलाइन पंजीकरण कराया है। दो वर्ष पहले देश भर में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) की ओर से यह स्कैन एंड शेयर माड्यूल लागू किया गया था और इसके डैशबोर्ड पर बीते गुरुवार तक के जो नवीनतम आंकड़े प्रदर्शित किए गए हैं उनके अनुसार उत्तर प्रदेश सबसे आगे है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की ओर से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि अस्पतालों में पर्चा काउंटरों पर भीड़ कम करने के लिए आनलाइन ओपीडी पंजीकरण का अधिक से अधिक प्रचार करें। अस्पतालों में रोगियों की मदद के लिए हेल्प डेस्क भी बनाई गई है।
सबसे ज्यादा आनलाइन ओपीडी पंजीकरण
देश भर में जिन 25 सरकारी अस्पतालों में सबसे ज्यादा आनलाइन ओपीडी पंजीकरण हुए हैं उनमें से यूपी के जो 15 अस्पताल हैं उसमें स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल प्रयागराज, गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कालेज कानपुर, जिला संयुक्त चिकित्सालय गौतमबुद्ध नगर, लोकबंधु राजनारायण अस्पताल लखनऊ, महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कालेज झांसी, तेज बहादुर सप्रू अस्पताल प्रयागराज, बलरामपुर अस्पताल लखनऊ, यूएचएम जिला पुरुष चिकित्सालय कानपुर, जिला पुरुष चिकित्सालय झांसी, पंडित दीन दयाल उपाध्याय चिकित्सालय वाराणसी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस जिला अस्पताल गोरखपुर, डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल लखनऊ, एसएसपीजी जिला अस्पताल वाराणसी, गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज गौतमबुद्ध नगर और मान्यवर कांशीराम संयुक्त जिला चिकित्सालय एवं ट्रामा सेंटर कानपुर शामिल हैं।