बस्ती। जिले के कप्तानगंज विकास खंड के गोपियापार व सरैया मिश्र में एक फर्म के भुगतान को लेकर दो ग्राम प्रधान और सचिव आमने-सामने हैं। ग्राम प्रधानों का आरोप है कि गांव में पक्का कार्य नहीं हुआ है और सचिव ने अपने खास फर्म के नाम पर भुगतान कर दिया है।
उनका ओटीपी नंबर ग्राम प्रधान व पंचायत सचिव के नाम पर लिए गए, लेकिन भुगतान के बाद असलियत सामने आई, जबकि सचिव ने ग्राम प्रधानों पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। फिलहाल बीडीओ ने जांच कर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
गोपियापार के ग्राम प्रधान अश्वनी कुमार यादव ने अपने ग्राम पंचायत में कार्यरत सचिव सोनम श्रीवास्तव पर आरोप लगाया कि उन्होंने 28 अगस्त को 1,69,819 (एक लाख 69 हजार आठ सौ 19 रुपये) का भुगतान श्री गणेशा ट्रेडर्स (Shri Ganesha Traders) के नाम पर बिना संज्ञान में लिए कर दिया है, जबकि वास्तविकता यह है कि इस ट्रेडर्स से आज तक ग्राम पंचायत में किसी भी सामान की कोई भी खरीदारी ही नहीं हुई है।
ऐसे में सचिव द्वारा एक ऐसी फर्म को भुगतान करना, जिसका ग्राम पंचायत से कोई लेनदेन नहीं है, सरकारी धन का दुरुपयोग है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि यह कोई नया मामला नहीं है, पहले भी सचिव ने मनमानी कर कुछ और भुगतान किए हैं। इसकी भी शिकायत संबंधित अधिकारियों से की गई थी। उन्हें अधिकारियों ने हिदायत दिया गया था कि भविष्य में इस तरह का कोई कार्य नहीं करेंगी, लेकिन उन्होंने एक बार फिर गड़बड़ी की।
ग्राम प्रधान ने कहा
ग्राम प्रधान ने कहा कि संबंधित फर्म को ग्राम सचिव के परिवार का ही बताया है। इसी तरह सरैया मिश्र की ग्राम प्रधान संगीता ने भी खंड विकास अधिकारी को शिकायती पत्र भेज कर सचिव सोनम श्रीवास्तव पर श्री गणेशा ट्रेडर्स के नाम से सरकारी धन का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि पंचायत सहायक के मानदेय भुगतान के नाम पर ओटीपी पूछ कर उसी फर्म के नाम से भुगतान कर दिया गया है। एक और ग्राम पंचायत में भी सचिव द्वारा इसी फर्म को बिना प्रधान को विश्वास में लिए भुगतान की चर्चा है, जबकि सचिव सोनम श्रीवास्तव का कहना है कि सभी भुगतान नियमानुसार किए गए हैं। अधिकारी जांच करा सकते हैं। कहीं कोई गड़बड़ी नहीं की गई है। आरोप निराधार एवं राजनीति से प्रेरित है।
खंड विकास अधिकारी ने बताया
खंड विकास अधिकारी प्रवीण कुमार पटेल ने बताया कि प्रकरण की जांच कराई जा रही है।