प्रयागराज : रेलवे स्टेशन की टिकट खिड़की पर घंटों खड़े होने के बाद भी आम यात्रियों का तत्काल टिकट आरक्षित नहीं हो पा रहा है। लेकिन, प्रतिबंधित साफ्टवेयर और 190 आइडी के जरिए अश्वनी सिंह यादव नाम का युवक पलक झपकते ही टिकट आरक्षित करा देता था। घर के अंदर लैपटाप से उसका यह खेल सालों से चल रहा था।
दुकान का कोई बोर्ड न लगाने के कारण वह पकड़ में भी नहीं आ रहा था। युवक को आपरेशन उपलब्ध के तहत रेलवे द्वारा प्रतिबंधित पांच साफ्टवेयरों और 190 पर्सनल आइडी, आरक्षित टिकटों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।
मुख्यालय से आरपीएफ को कुछ संदिग्ध आइडी मिली थी। मुख्यालय ने आरपीएफ पोस्ट प्रयागराज, क्राइम विंग व साइबर सेल को सत्यापन की जिम्मेदारी सौंपी। आरपीएफ इंस्पेक्टर शिव कुमार सिंह ने बताया कि अश्वनी सिंह यादव को उसके घर शिवनगर कालोनी अल्लापुर से पकड़ा गया।
दुकान का कोई पता न होने के कारण पहचान व गिरफ्तारी के लिए कई मुखबिर बनाए गए। डाककर्मी, गैस वितरण कर्मियों के जरिए पहचान की गई। इसके पास भविष्य के लिए आरक्षित व कुछ बीत चुकी तिथियों के 81 हजार रुपये कीमत के टिकट मिले हैं। युवक का मोबाइल, लैपटाप भी जब्त किया गया है।