गाजियाबाद : हाल ही में खुशी जूस कार्नर (Khushi Juice Corner) पर जूस में पेशाब मिलाने के आरोपों को लेकर रविवार को महा पंचायत हुई। इसमें भाजपा विधायक समेत विभिन्न हिंदू संगठनों के पदाधिकारी, साधु-संतों ने शामिल होकर इस कृत्य का एक सुर में विरोध किया। उन्होंने कहा कि बहुसंख्यक होकर भी हम सुरक्षित नहीं हैं। ऐसा कृत्य करने वाले के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई होनी चाहिए। इसके लिए हम सभी को एक होकर आगे आना होगा।
लोनी के टीला शाहबाजपुर गांव के शिव मंदिर परिसर में आयोजित महापंचायत में सभी वक्ताओं ने जूस में पेशाब मिलाने, रोटी पर थूक लगाने जैसा घिनौना कार्य करने का विरोध किया। ऐसे कृत्य करने वालों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई और सभी प्रतिष्ठानों पर नाम लिखने की अनिवार्यता का प्रस्ताव रखा गया। स्वामी दीपांकर महाराज ने कहा कि जूस में मूत्र मिलाकर दिया जा रहा है और रोष व्यक्त करना पड़ रहा है।
इससे बड़ा दुर्भाग्य हिंदुस्तान का नहीं हो सकता। भय दूसरों के अंदर होना चाहिए। चिंता हम लोग व्यक्त कर रहे हैं। उन्होंने न तो इंसान छोड़ा, न तिरुपति में भगवान को छोड़ा। धूर्तता की ये पराकाष्ठा है कि न तो भगवान सुरक्षित हैं और न ही हिंदू। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने संबोधित करते हुए कहा कि महापंचायत में जो भी प्रस्ताव रखे गए हैं, उन्हें पास कराने के लिए मैं विधानसभा में उठाऊंगा। इन प्रस्तावों को पास कराना मेरा कर्तव्य है।
साध्वी प्राची ने कहा
साध्वी प्राची ने कहा कि इस मुद्दे को हम विधानसभा में उठाएंगे और इस पर हम कानून बनवाएंगे। ये समस्या केवल उत्तर प्रदेश की नहीं, बल्कि पूरे देश की है। कुछ लोग कहीं गेहूं में जहर मिला रहे हैं, कोई पेशाब मिलाकर बड़े लोगों के घरों में जूस पहुंचाया रहा है। ये कोई आनन-फानन में नहीं हो रहा, बल्कि ये पूरा षड्यंत्र है।