लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वाराणसी की विनायक निर्माण कंपनी के खाते में जमा 4.05 करोड़ जब्त करने के बाद कर चोरी के मामले में जांच और तेज की है। ईडी ने कंपनी के दो निदेशकों से लंबी पूछताछ कर कई अहम जानकारियां जुटाई हैं। उनके आधार पर कंपनी के कुछ कर्मचारियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
ईडी ने कंपनी संचालकों की कुछ बेनामी संपत्तियों का ब्योरा भी जुटाया है। मामले में सपा के महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी की भूमिका भी जांच के घेरे में है। आयकर विभाग ने पूर्व में सपा नेता अब आजमी व विनायक निर्माण समूह के ठिकानों पर छापेमारी की थी।
लखनऊ व वाराणसी के अलावा मुंबई स्थित ठिकानों को भी खंगाला गया था और संपत्तियों में निवेश से जुड़े कई दस्तावेज कब्जे में लिए गए थे। विनायक निर्माण कंपनी ने अपनी परियोजना वरुणा गार्डेन के लिए वाराणसी विप्रा के फर्जी पूर्णता प्रमाण पत्र का उपयोग किया था और आयकर कटौती का लाभ उठाया था।