आगरा : संपूर्ण समाधान होया फिर समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली (आइजीआरएस)। शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरती जा रही है। बिना फरियादी से बात किए फर्जी रिपोर्ट लगाई जा रही है। शिकायतों की क्रास चेकिंग नहीं की जाती है।निस्तारण में लापरवाही से नाराज डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने गुरुवार को 50 अधिकारियों का वेतन रोकने के निर्देश दिए।
फरियादियों ने ठीक से शिकायत का निस्तारण न करने की शिकायत की है। उन्होंने लापरवाही बरतने वाले सभी अधिकारियों की सूची तैयार करने पर भी जोर दिया। प्रदेश में आगरा की 65वीं रैंक है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हर माह आइजीआरएस की समीक्षा बैठक करते हैं। शिकायतों का ठोस निस्तारण निर्धारित अवधि में करने पर जोर दिया जा रहा है। इसके बाद भी अधिकारियों की कार्यशैली में सुधार नहीं आ रहा है।
एडीएम प्रोटोकाल प्रशांत तिवारी ने कहा
एडीएम प्रोटोकाल प्रशांत तिवारी ने कहा कि बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला आबकारी अधिकारी, अधिशासी अभियंता सिंचाई, जिला अल्पसंख्यक अधिकारी, डीएसओ, समाज कल्याण अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी डीपीआरओ, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी, बंदोबस्त अधिकारी, जिला उपायुक्त मनरेगा, डीएफओ, डीआइओएस,अधिशासी अभियंता लोक निर्माण सहित 50 अधिकारियों ने निर्धारित समय में शिकायतों का निस्तारण नहीं किया है। शिकायतों के निस्तारण में भी इन अधिकारियों ने लापरवाही बरती है।
डीएम ने अधिकारियों का वेतन रोकने के निर्देश
डीएम ने अधिकारियों का वेतन रोकने के निर्देश दिए। सहायक महानिरीक्षक निबंधन, तहसीलदार खेरागढ़, डीआइओएस, खाद्य एवं आपूर्ति निरीक्षक बाह, सदर, प्रभारी चिकित्साधिकारी जैतपुरकलां, सहायक विकास अधिकारी बाह द्वारा लापरवाही बरती जा रही थी।
डीएम ने 10 शिकायतों के भौतिक तरीके से निस्तारण के निर्देश दिए। डीएम ने सभी विभागाध्यक्षों से कहा कि वह खुद शिकायतों की क्रास चेकिंग करें। सीडीओ प्रतिभा सिंह, नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।