बच्चा ‘खरीदने’ वालों पर केस दर्ज, सिपाही लाइन हाजिर

By Arun Kumar

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कुशीनगर : पत्नी को अस्पताल से डिस्चार्ज कराने के लिए रुपये की तलाश में भटक रहे व्यक्ति की बेबसी का निःसंतान दंपती ने फायदा उठाया। अस्पताल संचालिका, सहायिका और बिचौलिये की मदद से छह बच्चों के पिता से एक बच्चे को ‘बेचने’ के लिए राजी कर लिया। कानूनी दांवपेच से बचने के लिए सिपाही की सलाह पर गोदनामा का फर्जी कागज तैयार कराया। शनिवार को दिनभर चली पूछताछ और पड़ताल में आरोप सिद्ध होने पर पुलिस ने पांच लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर सिपाही कोलाइन हाजिर कर दिया।

बरवापट्टी, दशहवा गांव के भेड़िहारी टोला में रहने वाले हरेश पटेल की पत्नी लक्ष्मीना ने बुधवार को अपंजीकृत अस्पताल में बच्ची को जन्म दिया। अस्पतालकर्मियों ने चार हजार रुपये मांगे तो हरेश ने असमर्थता जताई। वहां मौजूद अमावस यादव ने मुंगरीपट्टी के रहने वाले रिश्तेदार भोला यादव को निःसंतान बताते हुए दोनों को एक- दूसरे की मदद करने का प्रलोभन दिया।

हरेश से कहा कि अपना एक बच्चा भोला को गोद दे दो, वह रुपये से तुम्हारी मदद कर देगा। दोनों का काम चल जाएगा। मजबूर पिता ने सहमति दे दी। मामले को पुख्ता करने के लिए स्टांप मंगाकर गोदनामा की बात लिख दी गई और हरेश ने अपने दूसरे नंबर के बेटे राजा को सौंप दिया। भोला से मिले 20 हजार रुपये में से चार हजार अस्पताल में दिए और बाकी लेकर घर आ गया।

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