प्रयागराज। तिरुपतिमंदिर में अर्पित होने वाले लड्डू में जानवरों की चर्बी मिलाने का मामला प्रकाश में आने के बाद तीर्थराज प्रयाग में प्राचीन मंदिरों में सख्ती बरती जा रही है। श्रीमनकामेश्वर महादेव व संकट मोचन हनुमान मंदिर में बाहर का लड्डू व पेड़ा अर्पित करने पर रोक लगा दी गई है। श्रद्धालुओं से सिर्फ फल व पुष्प अर्पित करने का आग्रह किया गया है।
शक्तिपीठ मां अलोपशंकरी मंदिर में श्रद्धालुओं को नारियल, इलायची दाना व चुनरी अर्पित करने को कहा गया है। मंदिर प्रबंधक प्रसाद की दुकान खोलने की तैयारी कर रहा है। वहीं श्रद्धालुओं से उन्हीं दुकानों से मिष्ठान लाने का आग्रह किया गया है जिनकी जांच खाद्य सुरक्षा एवं औषधीय विभाग करता है। बांध स्थित लेटे हनुमान जी में पहले की अपेक्षा लड्डू अर्पित करने वालों की संख्या कम हुई है।
तिरुपति मंदिर में अर्पित होने वाले लड्डू में जानवरों की चर्बी व मछली का तेल मिलाने का मामला सामने आने पर धर्माचार्यों ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उसे देखते हुए तमाम मंदिर प्रबंधन अपनी देखरेख में प्रसाद बनवाने का निर्णय लिया है। मां अलोपशंकरी मंदिर के प्रबंधक व श्रीमहानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव श्रीमहंत यमुना पुरी का कहना है कि मइया को नारियल व फल आर्पित करने का आग्रह किया गया है।
मंदिर परिसर में इलाचयी की दुकानें हैं, जिनकी जांच करवाई जाएगी। साथ ही प्रसाद की दुकान खुलवाई जाएगी। उसमें जो प्रसाद बनेगा उसकी खाद्य सुरक्षा एवं औषधीयविभाग से जांच कराने के बाद विक्री के लिए रखा जाएगा। उसका दाम न्यूनतम रखा जाएगा। लेटे हनुमान मंदिर के महंत बलवीर गिरि के अनुसार तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावट होने के बाद हम सतर्कता बरत रहे हैं। मंदिर व उसके पास की दुकानदारों को शुद्ध लड्डू बनाने को कहा गया है।श्रद्धालुओं की संख्या के अनुरूप प्रसाद बनाने की क्षमता बढ़ाई जाएगी, जिससे बाहर से किसी को कुछ लेकर न आना पड़े।
श्रीमनकामेश्वर महादेव मंदिर के महंत श्रीधरानंद ब्रह्मचारी ने बाहर से प्रसाद लाने पर रोक लगा दी है। कहा कि मंदिर का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। इसके पूर्ण होने पर प्रसाद की दुकान खोली जाएगी। भोलेनाथ को वहीं का प्रसाद अर्पित होगा। साथ ही मंदिर के बाहर बिकने वाले प्रसाद की जांच करवाने को जिलाधिकारी को पत्र लिखा गया है।