लखनऊ: सोना पितृपक्ष में भी अपनी रफ्तार पकड़े हुए है। इसके पीछे का कारण वैश्विक तेजी, फेडरल रिजर्व बैंक द्वारा सोने की खरीद, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा में तेजी के साथ ही विदेशी मुल्कों का सोने पर ज्यादा विश्वास जताना सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है।
तभी तो वर्ष 1950 में 99 रुपये प्रति दस ग्राम वाला सोना, 25 सितंबर 2024 तक के सफर में 786 गुना महंगा हो गया और 77,850 रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुंच गया। अभी इसकी तेजी बनी रहने के आसार जताए गए हैं। व्यापारी दीपावली में सोना एक लाख रुपये तोला का आंकड़ा छूने का दावा कर रहे हैं।
बुधवार को चांदी भी 93,500 रुपये प्रति किलो तक गई। राजधानी के सराफा बाजार में बुधवार को सोने का भाव 900 रुपये की तेजी के साथ 77,850 रुपये प्रति दस ग्राम पहुंच गया। इन भाव में तीन प्रतिशत जीएसटी शामिल है। मंगलवार को सोना 76,950 रुपये प्रति दस ग्राम था।
माना जा रहा था कि कस्टम ड्यूटी से राहत मिलने के बाद कीमतों में कमी आएगी। कुछ दिन तो भाव नीचे आए, लेकिन अब सोना और चांदी रिकार्ड स्तर पर पहुंच चुकी है।
सोने और चांदी के रेट बढ़ रहे हैं। सहालग से पहले इस महंगाई से ग्राहक परेशान हैं। शादी-विवाह के मौके पर खरीदारी उनकी जेब हल्की करेगी।
– कैलाश चंद्र जैन, अध्यक्ष चौक सराफा